Friday, May 11, 2007

साधो रे

साधो रे ये मुर्दों का गाँव - अग्नी

http://efreakyshare.blogspot.com/2007/05/sadho-re-by-agni-video.html

अति उत्तम प्रणय पत्थर (Rock) और दोहे का

कहाँ थी ये अग्नी अब तक
किस सीने मैं दबी थी ज्वाला
अब जो छलकी है तेरे उर से
पीने दे यह जीवन हाला

- प्रतीक अग्रवाल 'कायल'

No comments: