साधो रे
साधो रे ये मुर्दों का गाँव - अग्नी
http://efreakyshare.blogspot.com/2007/05/sadho-re-by-agni-video.htmlअति उत्तम प्रणय पत्थर (Rock) और दोहे का
कहाँ थी ये अग्नी अब तक
किस सीने मैं दबी थी ज्वाला
अब जो छलकी है तेरे उर से
पीने दे यह जीवन हाला
- प्रतीक अग्रवाल 'कायल'
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