खाओ गगन रहो मगन
हमारे प्रोफेस्सर साहब पड़ा रहे हैं की आने वाले सालों में सब काम रोबोट से होगा | रोबोट और artificial intelligence और भविष्य उससे होने वाले उत्पात का नज़ारा तो हमें श्री आर्नोल्ड शिवाजीनगर सालों पहले बता चुके हैं | यहाँ पर बात चली vacuum cleaner, lawn mower वगैरह से और पहुंची इंसानी शरीर में जगह जगह चिप घुसेड़ने की | ये सब देख के तो हमारे रोंगटे खड़े हो गए |
अब automatic vacuum cleaner रहेगा तो बाई का क्या होगा ! खैर वो सब छोडिये हमारी तो एक ही दरख्वास्त है की automatic नाई मत बनाइएगा | इस भागदौड़ के और मशीनी customer care की दुनिया में कुछ ही जगह तो बची हैं सुकून की, उन्हें बक्श दो |
एक महाशय ने वो कर डाला जिसको सुन के हमें कहना ही पड़ा की "ढाक के तीन पात" | पहले तो उन्होंने अपने ही अन्दर RFID चिप डाल ली फ़िर उससे मन न भरा तो अपनी और अपनी पत्नी की नस में एक और ऐसी चिप लगायी जिससे एक में हरकत होने से दूसरे को पता चले | अरे मियां ये सब के लिए तो हमारे हिन्दी फ़िल्म के हीरो सिर्फ़ इश्क फरमा लेते हैं और गाते हैं "जो हाल दिल का इधर हो रहा है, वो हाल दिल का उधर हो रहा है" और ये महानुभाव electronic और surgery लगा रहे हैं | खैर उनका काम वही जाने हमें तो एक ही जुमला याद आ रहा है "को काहू में मगन तो काहू में मगन"
3 comments:
nai waali baat to sahi likhi hai... bhale hi miro coiffure ko kuch samajh mein naa aata ho lekin aakhir nai to nahi hi hota hai..
"nai to nai hi hota hai"
Jaise kaddu to kaddu hota hai aur
Jaise karela to karela hota hai aur
Jaise apne to apne hote hain ...? :D
पड्बात रंजन काका का कौनो भाई इस सकूल में भी है का ?
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